जुस्तजुं जिन्दगी में जरूरी है
उड़ाने उमंगों भरी भी जरूरी है
गर जुस्तजुं पूरी न हो तो,
जीने के लिए तू नई जुस्तजुं बना ले
मखमल में लिपटे कुछ लम्हे मिले हैं, कहते हैं दर्दे-दिल से दूर हैं। नज़र में बारीकियां कुछ हमने भी सीखी जहां, रूमाल उनके कुछ भीगे मिले हैं ।
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