बबूल को कोई शौकिया लगाता नहीं
रेशमी कपड़े पहन पास जाता नहीं
फूल चुनने का शौक सभी को होगा
कांटों से मोहब्बत कोई जताता नहीं
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
मखमल में लिपटे कुछ लम्हे मिले हैं, कहते हैं दर्दे-दिल से दूर हैं। नज़र में बारीकियां कुछ हमने भी सीखी जहां, रूमाल उनके कुछ भीगे मिले हैं ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें