रोम रोम रिश्तों का कर्ज़दार
हर रिश्ता कुछ उम्मीद रखता है
हम भी कर्ज़दार हैं खुदा के
जो हर रिश्ते में दर्द रखता है
मखमल में लिपटे कुछ लम्हे मिले हैं, कहते हैं दर्दे-दिल से दूर हैं। नज़र में बारीकियां कुछ हमने भी सीखी जहां, रूमाल उनके कुछ भीगे मिले हैं ।
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